मुख़बिर न्यूज़: प्रदेश के रायबरेली में बीजेेपी के पूर्व विधायक और कमर्शियल टैक्स विभाग के आयुक्त सहित 15 लोगों के खिलाफ सामूहिक बलात्कार का मामला दर्ज किया गया है।
सदर कोतवाली में सामूहिक बलात्कार पीड़ित की तहरीर पर पूर्व विधायक गजाधर सिंह, आरएसएस के भानू प्रताप सिंह, महाराजगंज ब्लॉक प्रमुख सत्येंद्र सिंह, ब्लॉक प्रमुख सत्येंद्र बहनोई विनोद सिंह, राकेश सिंह, कमर्शियल टैक्स कमिश्नर सत्येंद्र सिंह गौतम, निखिल सिंह , लखन सिंह, दिनेश चौधीरी, अनामिका, आरबी सिंह, मंटो सिंह, काशी सिंह, राजेश्वर सिंह और नीलम के खिलाफ सामूहिक बलात्कार और आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया है। मामला पंजीकृत होने के बाद पुलिस ने परीक्षण शुरू कर दिया है। माना जा रहा है कि परीक्षण के तुरंत बाद गिरफ्तारी हो सकती है।
वहीं पीड़ित का कहना है कि अब तक किसी मुलजिम को नहीं पकड़ा गया है। आरोपी उसे फोन करके धमकी दे रहे हैं। उसके खिलाफ पुलिस से मिल कर फर्जी FIR लिखा दी गई है। पुलिस आरोपी को बचाने के लिए काम कर रही है। पुलिस और संदिग्धों के प्रयासों के बावजूद, वह न्याय के लिए आवाज उठाएगी। उसे न्याय की जरूरत है।
बीजेपी के पूर्व सदस्य के साथ पंजीकृत एफआईआर पर 15 लोगों पर सामूहिक आंदोलन का आरोप था। प्रभावित लड़की ने आज जिला अस्पताल से छुट्टी पा ली है। उसका तीन दिनों से पुलिस हिरासत में जिला अस्पताल में इलाज चल रहा था। अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद, पीड़ित ने आरोप लगाया कि फोन करके उसे लगातार सुलह की धमकी दी जा रही थी। उसे न्याय की जरूरत है।
माना जा रहा है कि बीजेपी अपने पार्टी के लोगों को बचाने के लिए पुलिस और आरोपी पर लगातार दबाव बना रही है। ऐसा पहली बार नहीं है जब बीजेपी के किसी नेता का नाम रेप कांड में सामने आया हो इससे पहले यूपी और छत्तीसगढ़ के कई विधायक भी रेप कांड में शामिल पाए जा चुके हैं लेकिन उन पर कोई कार्यवाही नहीं हो सकी है।