चंडीगढ़ : भाजपा की हरियाणा इकाई के अध्यक्ष सुभाष बराला के बेटे को राज्य में तैनात एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी की बेटी का पीछा करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। हालांकि बाद में इसे महज 16 घंटों में ही जमानत पर रिहा कर दिया गया।
इस सिलसिले में पीड़ित लड़की ने चंडीगढ़ पुलिस को धन्यवाद दिया कि उन्होंने समय पर कार्रवाई करते हुए उसे बचा लिया। साथ ही लड़की ने कहा कि अच्छा हुआ वह एक आम आदमी की बेटी नहीं है, अन्यथा इस मामले को इतनी गंभीरता से नहीं लिया जाता।
पीड़ित लड़की ने अपनी फेसबुक पोस्ट में कहा है कि ‘ऐसा लग रहा है कि मैं भाग्यशाली हूँ कि मैं आम आदमी की बेटी नहीं हूँ … मैं इसलिए भी भाग्यशाली हूँ कि न तो मेरा रेप हुआ और न ही मृत पाई गई।
लड़की ने अपनी दर्द भरी दास्तान बताते हुए कहा कि उस रात वह उसकी कार के इतना करीब अपनी कार चला रहे कि वह बुरी तरह डर गयी थी कि उसकी कार को टक्कर तक लग सकता है। पीडिता के मुताबिक मेरे हाथ काँप रहे थे … मेरी पीठ पूरी तरह ऐंठ चुकी थी, मैं बेहिस हो गई थी .. और मेरे आंसू लगातार बह रहे थे … मैं नहीं जानती थी कि मेरे साथ आज रात क्या होने वाला है कौन जानता था कि पुलिस आएंगे भी या नहीं …।
पीडिता ने अपना दर्द सुनाते हुए लिखा कि वह कार से पंचकुला जा रही थी। दोनों लोगों ने अपनी टाटा सफारी स्टार्म एसयूवी से उसका ग्रीन बाजार सेक्टर 26 पीछा करना शुरू किया। पीड़िता के अनुसार वह आधी रात करीब 12.15 बजे चंडीगढ़ के सेक्टर 8 अकेले कार चलाकर पंचकुला जा रही थी, तभी दोनों युवा उसका पीछा करने लगे। आरोपियों ने कई बार अपने एसयूवी उसकी कार से करीब कर दी और उसकी कार का रास्ता रोक कर उसे दूसरे रास्ते पर आगे बढ़ाने की कोशिशें भी कीं। इसके बाद पीड़िता ने पुलिस कंट्रोल रूम फोन किया और एसयूवी का गाड़ी नम्बर बताया , पुलिस ने रिपोर्ट पर आरोपियों की कार चंडीगढ़ और पंचकुला सीमा पर पकड़ ली।