स्पेशल रिपोर्ट: अपने मकसद में यकीन रखने वाले लोग इतिहास का रुख बदल देते हैं। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के ये शब्द फैज़ान की जिंदगी को चरितार्थ करते दिखाई देते है। यूपी के जिला बाराबंकी के कस्बे सूरतगंज में जन्में मोहम्मद फैज़ान पिछले कई सालों से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियों में हैं। फैज़ान अली बाबा ग्रुप के साथ ही दुनिया के सबसे बड़े स्टार्टअप बाइटडांस का भी हिस्सा हैं।
मोहम्मद फैज़ान को यूट्यूब ने वॉइस ऑफ दी पीपल के खिताब से नवाज़ा है। भारत में शायद ही कोई हो जिसे यूट्यूब ने इस इस खिताब से या इस नाम से संबोधित किया हो। यूट्यूब की CEO सुसान वोजसिकी ने फैज़ान को एक लेटर भी लिखा है। अपने लिखे लेटर में उन्होंने फैज़ान को मुख़ातिब करते हुए कहा कि “आपकी प्रभावशाली आवाज़ तथा क्रिएटिविटी पूरी दुनिया को प्रभावित कर रही है। सुसान ने सोसाइटी अवार्ड का जिक्र करते हुए कहा कि आप आज जहां पर हैं जिस मंजिल पर हैं उसे कुछ लोग ही हासिल कर पाते हैं। आप उस प्रतिभाशाली ग्रुप का हिस्सा हैं जो आने वाली नस्लों के लिए एक मीडिया कंपनी की स्थापना कर रहे हैं।”
हाल ही में यूट्यूब ने उन्हें तीसरी बार सोसाइटी अवार्ड से सम्मानित किया है। आइये जानते हैं वो इस बारे में क्या सोचते हैं।
सवाल- आपको यूट्यूब ने तीसरी बार सोसाइटी अवार्ड से सम्मानित किया है कुछ कहना चाहेंगे ?
जिंदगी में कई मौके ऐसे आते हैं जब आपके पास इज़हार के लिए लफ्ज़ नहीं होते और यूट्यूब के जरिये तीसरी बार सम्मानित किया जाना ठीक वैसा ही है। मैं इस अवार्ड को उस संगेमील की तरह देखता हूँ जो बताता है कि आप कामियाबी के रास्ते पर हैं और मै इसके लिए यूट्यूब और उसकी टीम का शुक्रगुज़ार हूँ और हर उस शख़्स का भी जिनकी दुआओं ने मुझे इस मकाम पर ला कर खड़ा कर दिया।
सवाल- आपके लिए ये सब कितना चुनौतीपूर्ण रहा, जाहिर है आप जहां है लोग उसके ख्वाब देखते हैं ?
कामियाबी का रास्ता आजमाइशों के बीच से होकर गुजरता है। सफर में मुश्किलें न आएं तो समझ लेना चाहिए कि या तो रास्ता गलत है या फिर मंजिल । एक सफलता के पीछे कड़ी मेहनत और हजारों समझौतों का जख्म होता है। मेरे लिये भी ये सब आसान नहीं था लेकिन कुछ जंगे हौसलों से जीती जाती हैं। अगर आपको चुनौतियों का सामना करना नहीं आता तो फिर आप कोई जंग नहीं जीत सकते।
सवाल- यूट्यूब के CEO ने भी आपकी काफी सराहना की है, कुछ कहना चाहेंगे इस बारे में ?
यूट्यूब ने मुझे वॉइस ऑफ दी पीपल के खिताब से नवाज़ा है और ये अपने आपमें एक इतिहास है। जब यूट्यूब का सीईओ लेटर लिख कर आपसे कहे कि आपकी प्रभावशाली आवाज़ तथा क्रिएटिविटी पूरी दुनिया को प्रभावित कर रही है तो लगता है कि ये जिंदगी कामियाब रही। मुझे खुशी है कि भारत मे सबसे तेजी से बढ़ने वाले कम्युनिटी चैनल का खिताब भी मेरे नाम है। ये सब चीजें आपको और आगे बढ़ने का हौसला देती हैं।
आपके लांच किए गए मुख़बिर न्यूज़ ऐप ने भी क़ई इंटरनेशनल रिकार्ड बनाये हैं?
मुख़बिर ऐप भारत का पहला कम्युनिटी बेस्ड न्यूज़ चैनल है जिसने अपने लांच होने के पहले दिन ही क़ई रिकार्ड स्थापित कर दिए। ये शायद दुनिया का पहला हिंदी न्यूज़ ऐप था जिसने पहले दिन ही बीबीसी, आजतक, एनडीटीवी, न्यूजहंट जैसे एप्लिकेशंस को पीछे छोड़ दिया और लगातार 1 हफ्ते तक ट्रेंडिंग में रहा। न्यूजीलैंड जैसे देश में एक हिंदी ऐप का ट्रेंड करना एक अभूतपूर्व घटना थी। आप भी इसे प्लेस्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं।
सवाल- आप चीन की सबसे बड़ी कंपनी अलीबाबा ग्रुप और दुनिया की सबसे बड़ी स्टार्टअप कंपनी बाइटडांस से भी जुड़े है ? कितना आसान रहा ये सब ?
4 साल पहले अलीबाबा ग्रुप ने भारत में यूसी न्यूज़ प्लेटफॉर्म लांच किया था। यूसी न्यूज़ और यूसी ब्राउज़र में काम करना एक सुखद अनुभव था। इसके अलावा मुझे दुनिया के सबसे बड़े स्टार्टअप बाइटडान्स के साथ भी काम करने का मौका मिला। बहुत कम लोग जानते हैं कि टिकटोक और हेलो जैसे ऐप बाइटडांस कंपनी के ही हैं।
सवाल- आपका नाम अक्सर टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में सुनाई देता है, इंटरनेट की दुनिया में काफी मशहूर हैं आप?
हर दौर में जंगे हुई लेकिन मौजूदा दौर में जंगे जमीन पर नहीं बल्कि डिजिटली लड़ी जा रही हैं और अगर आप अभी इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी की ताकत को नहीं समझ रहे तो आने वाले वक्त में समझ जायेंगे। अब यूट्यूब ने मुझे इस अवार्ड से सम्मानित किया है तो कोई न कोई तो वजह होगी ही। जहाँ तक टेक्नोलॉजी की बात की जाए तो मैंने यूसी न्यूज़, न्यूज़डॉग, हेलो और वीलाइक जैसे कई मीडिया प्लेटफॉर्म को स्थापित करने में मदद की है। काफी खुशी होती है जब आपसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मदद मांगी जाए।

सवाल- आपको यूसी स्टार अवार्ड से भी सम्मानित किया गया है? कोई प्रतिक्रिया देना चाहेंगे?
यूसी न्यूज़ के जरिये दिए गए अवार्ड ने मेरी जिंदगी को इस महाज़ तक लाने में बड़ी भूमिका निभाई। अलीबाबा ग्रुप ये अवार्ड उन लोगों को देता है जिन्हें सोशल मीडिया या इंटरनेट जगत में सबसे ज्यादा पढ़ा जाता है। मैं खुशकिस्मत हूँ कि मेरे लिखे आर्टिकल्स और मेरी कलम से निकली बातें लाखों और करोड़ों लोगों ने पढ़ीं। मैं आज भी यूसी स्टार अवार्ड के लिए यूसी और उसके सहयोगियों का शुक्रिया अदा करता हूँ।
सवाल- आपकी हर वीडियो को करोड़ो लोग देखते है, इतना पसंद किए जाने की वजह क्या हो सकती है
एक मुसलमान होने के नाते मुझे अपने मजहब और अपनी तारीख से बड़ी दिलचस्पी है। ऐसे में मेरी तहक़ीक़ और रिसर्च कर दायरा इस्लामिक हिस्ट्री ही रहता है। आमतौर पर लोग अपने सुनहरे अतीत को देखना चाहते हैं और मैं उन्हें उसी अतीत में ले जाकर सुनहरे कल के ख्वाब देखना सिखाता हूँ।
मुसलमानों पर बहुत से इल्जामात लगाए जाते हैं, उनसे बहुत से सवाल किए जाते हैं, उनसे पूछा जाता है कि उन्होंने आज तक क्या किया है? लोगों के पास सवाल बहुत हैं और मैं उन्हीं सवालों के जवाब तराशता हूँ और ये बात लोगों को बहुत पसंद आती है।और शायद यही वजह है कि मेरी वीडियो आज यूट्यूब और फेसबुक पर सबसे ज्यादा देखी जाने वाली वीडियो की फेहरिस्त में शामिल हैं।
सवाल- आपने कई किताबें भी लिखी है? सुना है कई और विषयों पर लिख रहे हैं।
ये सवाल मुझसे हर बार पूछा जाता है कि आपकी अगली किताब कौनसी है। मुसलमानों के साइंसी कारनामें किताब के बाद कुछ और विषयों पर शोध जारी है। मेरा शायरी मजमुआ भी जल्द ही आपके हाथों में होगा।
सवाल- आप मुसलमानों के लिए बहुत कुछ कर रहे हैं? ऐसे में आपकी आगे की रणनीति क्या है?
ये सवाल पिछली बार भी आपने मुझसे किया था और मैंने कहा था कि फिलहाल मैं मुसलमानों को आवाज देने के लिए कई मीडिया प्लेटफार्म को विकसित करने की कोशिशें कर रहा हूँ और अब आप देख सकते हैं कि वो प्लेटफॉर्म आपके हाथों में हैं। मुख़बिर न्यूज़ से जुड़कर आज हर महीने लाखों लोग अपनी आवाज बुलंद कर रहे हैं। फिलहाल कुछ मुद्दों पर फेसबुक से बात चल रही है और इन सबमें यूट्यूब का सहयोग अतुलनीय है। ये अवार्ड उसी की अलामत है
*सवाल: हाल ही में आपके द्वारा केबीसी के इस्लामिक वर्जन की शुरुआत की गई है उसका पहला सीजन काफी कामियाब रहा है। अगला सीजन कब तक आएगा ?
केबीसी के इस्लामी संस्करण का ख्याल मुझे 2014 में आया था उस वक़्त इसके 2 एपिसोड आये जो हिट रहे इस बार हमारी टीम ने इसके पहले सीजन को कम्प्लीट कर लिया है जिसे अब तक करोड़ो लोग देख चुके हैं। जल्द ही इसका दूसरा सीजन भी रिलीज किया जाएगा।
सवाल: लोगों को कोई सन्देश देना चाहेंगे ?
कोई भी चीज अचानक नहीं होती, वक़्त और हालात को बदलने में भी वक़्त लगता है। लोहा हजार सालों तक पड़ा रहे लेकिन तलवार नहीं बन सकता उसके लिए आपको मेहनत करनी पड़ेगी और इसका कोई शॉर्टकट नहीं। हम नाकामियों से डरते हैं लेकिन अगर एक इंसान नाकाम न हों तो उसे कैसे पता चलेगा कि वो जो कर रहा था वह गलत था। हम शिकस्त के डर से मैदान-ए-जंग तो नहीं छोड़ सकते। मेरे वालिद जनाब अब्दुल माजिद साहब एक बात कहा करते हैं कि बड़ी कामियाबी के लिए बड़ी सोच और कड़ी मेहनत की आवश्यकता होती हैं। और मैं हमेशा कोशिस करता हूँ कि उनकी इस बात पर अमल कर सकूं। मैं अपने माँ-बाप की दुआओं का शुक्रगुजार हूं जिनकी वजह से मैं इस मकाम को हासिल करने में कामियाब हो सका।
मेरी इस कामियाबी में मेरे दोस्तों का भी बड़ा हिस्सा शामिल रहा खासकर अमजद, उबेद, आफताब, शुएब, असद और जावेद का, जिनकी दुआओं और हौसलों से सपनों को हक़ीक़त में बदलने का मौका मिला। आज मैं आपके जरिये उन सभी को शुक्रिया कहना चाहता हूं जो मेरे इस सफर में हौसलों की चट्टान बनकर खड़े रहे। शुक्रिया आप सबकी बेपनाह मोहब्बतों का।
( वरिष्ठ पत्रकार अज़मत अली से की गई बातचीत के आधार पर)