नई दिल्ली: नार्वे में बढ़ती इस्लाम की लोकप्रियता को देखते हुए वहां के कट्टरपंथी समूहों ने मुसलमानों के खिलाफ एक रैली निकाली थी जिसमें कट्टरपंथी नेता द्वारा पवित्र कुरान को जलाने की कोशिश की गई जिसे एक मुसलमान इलियास ने नाकाम बना दिया
गौरतलब हो कि उस वक़्त नॉर्वे में इस्लाम के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन हो रहा है। लोगों का आरोप है कि नॉर्वे का इस्लामीकरण हो रहा है। और अगर इसी तरह चलता रहा तो कुछ दिनों बाद नार्वे एक इस्लामी देश बन जाएगा।
इस्लाम के खिलाफ आयोजित की गई इस रैली में एक व्यक्ति ने कुरान जलाने की कोशिश की जिस पर इलियास नामक मुस्लिम युवक ने हीरो की तरह हमला कर दिया और उस व्यक्ति को बहुत बुरी तरह से पीटा हालांकि उसे बाद में हिरासत में ले लिया गया। नार्वे पुलिस का कहना है कि किसी को कुरान जलाने की अनुमति नहीं थी और ऐसा करना नियमों के खिलाफ है।

सोशल मीडिया पर एक वीडियो में, ‘मुस्लिम हीरो’ को पवित्र पुस्तक को अपवित्र होने से बचाने के लिए बैरिकेड सर्कल में कूदते हुए देखा जा सकता है। रैली जल्द ही हिंसक हो गई, जिसके बाद पुलिस ने थोरसन और उनके हमलावरों को हिरासत में ले लिया। दुनियाभर के मुसलमान इलियास को हीरो के रूप में देख रहे हैं यहां तक कि उन्हें डिफेंडर ऑफ द कुरान का नाम भी दे दिया गया है।
इस घटना को लेकर तुर्की के विदेश मंत्रालय ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है तुर्की के विदेश मंत्रालय के मुताबिक हम नावे में एक इस्लाम विरोधी संगठन द्वारा आयोजित किए गए इस समारोह की भर्त्सना करते हैं। हम किसी भी तरह कुरान की बेहुरमती और बेअदबी कुबूल नहीं करेंगे। ऐसी कार्रवाइयों को जल्द से जल्द रोका जाए और अगर ऐसा नहीं होता है तो तुर्की अपने स्तर पर कार्रवाई करने के लिए बाध्य है।

तुर्की के मुताबिक जिस तरह यूरोप और पश्चिमी देशों में इस्लाम को लेकर गलत धारणाएं बनाई जा रही हैं वह किसी भी तरह कुबूल नहीं की जा सकती ऐसे में सभी देशों को मिलकर इसका मुकाबला करना होगा और ऐसे लोगों को रोकना होगा जो इस्लाम के प्रति लोगों को भड़काने की कोशिश करते हैं।
तुर्की के अलावा पाकिस्तान ने भी इलियास को मुस्लिम हीरो करार दिया है। अपने एक कदम से इलियास दुनिया भर के मुसलमानों के लिए हीरो बन गए हैं। एक मुस्लिम महिला ने यश को लेकर ट्वीट करते हुए का कि मैंने अपने बच्चों को बताया है कि असली हीरो ऐसे होते हैं।