टीबी रोग और उसके कारण,जानिए क्या है टीबी रोग ?




ज़ेडेक्स न्यूज़: क्षय रोग जिसे आमतौर पर टीबी कहा जाता है, एक ऐसा रोग है जो उन लोगों पर को प्रभावित करता है जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है। अगर समय रहते इसका सही व दुरुस्त इलाज न किया जाए तो व्यक्ति अन्य बीमारियों से संक्रमित हो सकता है तो आइए जानते हैं कि हम इस बीमारी से कैसे बच सकते हैं।







क्षय रोग यानी टीबी क्या है







टीबी एक संक्रामक रोग है, पहले से ही इस बीमारी से ग्रस्त लोगों के संपर्क में आने पर कमजोर क्षमता वाले लोगों में फैल जाता है अगर आप खानपान में कोताही बरतते हैं तब भी आपको टीबी जैसी बीमारियां हो सकती है। यह बीमारी फेफड़ों के साथ शरीर के अन्य हिस्सों को भी प्रभावित करती है। आमतौर पर टीबी का रोग तीन प्रकार का होता है− फुफ्सीय टीबी, पेट की टीबी व हड्डी की टीबी।







जानें टीबी के लक्षण





अगर आपको हर वक्त खांसी आती है सीने में दर्द रहता है हल्का बुखार बना रहता है तो यह टीवी के लक्षण हो सकते हैं। टीवी से ग्रसित व्यक्ति को कम भूख लगती है तथा उसका वजन भी धीरे-धीरे कम होने लगता है इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति को थकावट का अहसास ज्यादा होता है और रात में पसीना भी अधिक निकलता है।







टीवी कैसा शरीर के अन्य हिस्सों पर भी दिखता है जैसे कमर की हड्डी में सूजन होना घुटने में दर्द का होना घुटने मोड़े में कठिनाई गहरी सांस लेने में सीने में दर्द का अहसास इत्यादि भी टीवी के लक्षण हो सकते हैं। वहीं जिन लोगों को पेट की टीबी होती है उन्हें पेट दर्द और पेट फूलने जैसी समस्याएं भी होती हैं।







ऐसे करें टीबी की पहचान








वैज्ञानिकों की मानें तो तीन सप्ताह से अधिक वाली खांसी से टीबी हो सकती है। ऐसे में इसकी पहचान के लिए बलगम की जांच जरूर करवानी चाहिए। वैसे कई बार इसकी पहचान के लिए एक्स रे व अन्य जांचे भी करवाई जा सकती है।




क्या है टीबी का इलाज







टीबी रोग की पहचान के बाद दवाइयों के जरिए ही प्राथमिक इलाज किया जाता है। यह वह दवाई होती है जिनके जरिए  शरीर में पैदा हुए  टीवी के वायरस को खत्म करने की कोशिश की जाती है अगर या वायरस खत्म हो जाता है तो धीरे-धीरे टीबी पूरी तरह खत्म हो जाती है  इन दवाओं का कोर्स  3 महीनों से लेकर  10 महीनों तक हो सकता है। यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपको किसी स्टेज की टीबी है।







इन बातों का रखें ध्यान








टीबी से पीडि़त व्यक्ति का अगर इलाज चल रहा है तो उसे कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। सबसे पहले तो वह अपना मुंह ढककर रखे ताकि उसकी वजह से दूसरे व्यक्ति को इस बीमारी का सामना ना करना पड़े। टीबी से ग्रसित व्यक्ति को छींकते व खांसते हुए मुंह को ढककर रखना चाहिए।








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