बहरेपन और कान के दर्द का इलाज



बहरेपन का इलाज





ज़ेडेक्स न्यूज़: कान हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है। बगैर कानों के हमारे लिए इस दुनिया के कोई मायने नहीं क्योंकि जब आप सुन ही नहीं सकते तो आपके लिए जीवन के असल आनंद  की अनुभूत मुश्किल है।





कई बार भोजन या असंयमित जीवनशैली की वजह से हमारी कान बहरेपन का शिकार हो जाते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ तरीकों का प्रयोग कर आप कान सम्बन्धी विभिन्न बीमारियों से निजात पा सकते हैं





कान का दर्द





आम के पत्तों का रस गुनगुना करके कान में डालने से फायदा होता है । इसके अलावा गाय के शुद्ध देशी घी में अजवायन डालकर अच्छी तरह पका लें । छानकर, गुनगुना एक-दो बूंद कान में टपकाएं ।





बच्चों में कान दर्द महसूस हो तो मां के दूध में समान मात्रा में कद्दू का रस मिलाकर दो बूंद कान में टपकाएं । गेंदे के पत्तों के ताजा रस की कुछ बूंदें कान में डालने पर तुरंत राहत महसूस होती है ।









अदरक के रस में शहद तथा नमक (थोड़ा-सा) डालकर अच्छी तरह मिला लें। उसे गुनगुना करके कानों में टपकाएं ।इस के अलावा चुकंदर के पत्तों का रस गुनगुना करके दो-दो बूंद दोनों कानों में, तीन-तीन घंटे के अंतर से डालने से कान का दर्द दूर होता है ।तुलसी के पत्तों का रस या गंदे के फूलों का रस कान में टपकाने से (दो बूंद) भी दर्द ठीक होता है ।





अगर आप पीली सरसों के तेल में लहसुन गरम करके गुनगुने तेल की दो-दो बूंद कान में डालते हैं तो कुछ ही समय में आपके कान का दर्द ठीक हो जाता है।





बहरापन





लगभग छियालीस ग्राम कड़वे बादाम के तेल में लहसुन

की बारह मध्यमआकार वाली कलियां डालकर तब तक

पकाएं, जब तक कलियां जल न जाएं। इसके बाद लहसुन की कलियां निकालकर फेंक दें और तेल को छानकर रख लें । इस तेल को गुनगुना करके दो बूंद की मात्रा में रोजाना कान में डालें ।इससे बहरेपन में लाभ होता है।





कान के दर्द में पुदीना केले के पत्तों के रस में समुद्रफेन मिलाकर उसका रस डालने से आराम मिलता है





कान का बहना





प्याज का रस थोड़ा-सा गर्म करके एक या दो बूंद कान में डालें । इससे कान का बहना, बहरापन व दर्द आदि रोग दूर होते हैं। इसके अलावा सरसों का तेल दस तोला लेकर उसमें रतनजोत एक तोला डालकर पकाएं |जब जलने लगे तो इस तेल को साफ शीशी में भरकर रख लें । कान दर्द करे, या बहे सभी परिस्थितियों में यह प्रयोग लाभ पहुंचाता है।





फिटकरी 20 माशा, हल्दी एक माशा पीसकर रखलें। आवश्यकता पड़ने पर कान को रुई से साफ करके दो रत्ती दवा डालें । कान के बहरापन लाभ मिलता है।





यदि कोई व्यक्ति/महिला जन्मजात बहरा हो तो वह मात्र दवाओं से ठीक नहीं होता किन्तु ऊंचा सुनने वालों के लिए ये नुस्खे लाभदायक हो सकते हैं।





अगर आपके परिवार में किसी को जन्मजात बहरापन की शिकायत है तो उसे तुरंत परामर्श केंद्र ले जाएं और अच्छे डॉक्टर से जांच करवाएं कई बार कुछ खास प्रकार की नसों के दबे होने के कारण भी व्यक्ति को सुनाई नहीं देता है।








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